प्रशिक्षण के तीसरा दिन बहुत रोचक था। सुबह में मुझे कक्षा नहीं था। सजी जी ने हमको कार्तिका एवं प्रियंका को परीक्षा चलाने के लिए प्रश्न पत्र दिया था। इसके अनुसार हम लोग आठवीं एवं नवीँ कक्षा के चात्रों को परीक्षा चलाया था। दोपहर में मुझे नवीँ कक्षा में जाना था। वहाँ आकर मैंने ' पक्षी और दीमक ' नामक कहानी का बाकी भाग पढ़ाया था। आज तीसरा पाठयोजना ख़तम हुआ। चात्रों द्वारा उचित प्रतिक्रिया देकर कक्षा कार्य बहुत रोचक बना दिया।