आज मुझे आठवीं कक्षा को कक्षा लेना था। आठवीं कक्षा में सिर्फ दो बच्चे हैं। लेकिन आज सिर्फ मुहम्मद खालिद उपस्थित था। मुहम्मद अकेला था लेकिन मुझे कक्षा लेना था। डॉ. असगर वज़हत द्वारा लिखी गई e' ज्ञानमार्ग ' नामक एकांकी का बाकी भाग पढ़ना था। हम दोनों बड़े मज़े से कक्षा कार्य किया। एक अनुच्छेद पढ़ाया था। अध्यापक से पूछे जाने वाले सभी प्रश्नों को मुहम्मद सही उत्तर बताकर शिक्षण अधिगम प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी बने। मुहम्मद से बातचीत करने में मुझर बहुत रूचि हैं क्योंकि वह अच्छी तरह हिंदी बोल रहा हैं। गतिविधि उन्होंने स्वयं किया था। कक्षा का बाकी भाग अगला कक्षा में देखें।